मुख्यमंत्री के संकल्प को साकार करती बीपीसीएल की बीना रिफाइनरी - 'रेज़ोल्यूट भारत'
भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड ने मप्र के बीना में 49 हजार करोड का निवेश कर पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी की स्थापना की है। यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी के प्रदेश को देश का नंबर वन प्रोडक्शन हब बनाने के सपने को साकार करेगा। मप्र को अग्रणी बनाने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। इस रिफाइनरी के लिए बीपीसीएल ने इंदौर में 'रेज़ोल्यूट भारत' सम्मेलन का आयोजन बीना रिफाइनरी से होने वाले निवेश, उत्पाद और उद्योगों के लिए अवसर पर चर्चा की।
बीपीसीएल, एमपीआईडीसी और इंडियन प्लास्टपैक फोरम के संयुक्त आयोजन में आनलाइन जुडे मप्र शासन के इंडस्ट्रीयल पॉलिसी एंड प्रमोशन विभाग के प्रिसिंपल सेक्रेटरी श्री राघवेंद्र सिंह जी, बीपीसीएल के डायरेक्टर मार्केटिंग श्री शुभांकर सेन ने संबोधित किया।
- मप्र के सुनहरे भविष्य़ की नींव
बीपीसीएल द्वारा ₹49,000 करोड़ के निवेश से बीना में स्थापित हो रहा विशाल पेट्रोकेमिकल प्लांट यह गुजरात के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल हब बनने जा रहा है। इससे मध्यप्रदेश में बड़े उद्योग बल्कि छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए भी नए अवसर खुलेंगे। यह प्लांट लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा और राज्य की आर्थिक आत्मनिर्भरता को नई गति देगा। यह सिर्फ एक औद्योगिक निवेश नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के सुनहरे भविष्य की नींव है।
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Indian Plast Pack Forum President Sachin Bansal with MPIDC's ED Shri Himanshu Prajapati. |
इंदौर में आयोजित रेज़ोल्यूट भारत कॉन्फ्रेंस का मकसद था, मध्यप्रदेश को एक प्रमुख औद्योगिक और प्रोडक्शन हब के रूप में स्थापित करना। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPIDC) ने मिलकर इंडियन प्लास्टपैक फोरम (IPPF) के सहयोग से किया।
आयोजन में बताया गया कि भारत का दूसरा सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल हब बनेगा। बीना रिफाइनरी के पास एक विशाल पेट्रोकेमिकल प्लांट प्रोजेक्ट न सिर्फ भारत के सबसे बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट्स में से एक होगा, बल्कि गुजरात के दाहोद के बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल हब बनने जा रहा है। बीपीसीएल के मार्केटिंग डायरेक्टर, श्री शुभांकर सेन ने इस मौके पर कहा कि "बीना प्लांट भारत की औद्योगिक यात्रा में एक मील का पत्थर साबित होगा।" उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य सिर्फ देश की बढ़ती घरेलू मांग को पूरा करना नहीं, बल्कि वैश्विक बाजार में भी भारत की स्थिति को मजबूत करना है।
- रोजगार के नए अवसर और औद्योगिक विकास की नींव
इस प्रोजेक्ट के फायदे सिर्फ अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं हैं। यह लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा। एमपीआईडीसी के प्रबंध निदेशक, श्री राघवेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार निवेशकों को हर तरह की सुविधा दे रही है, चाहे वह कनेक्टिविटी हो, ट्रांसपोर्टेशन हो या फिर प्रशिक्षित मानव संसाधन। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह प्रोजेक्ट भविष्य की नींव रखेगा और राज्य की ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी ठोस कदम साबित होगा।
इंडियन प्लास्टपैक फोरम के प्रेसिडेंट, श्री सचिन बंसल ने कहा कि यह निवेश न केवल बड़े उद्योगों के लिए, बल्कि छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए भी नए रास्ते खोलेगा। यह एक मजबूत और टिकाऊ औद्योगिक इकोसिस्टम तैयार करने में मदद करेगा। कुल मिलाकर, बीना पेट्रोकेमिकल प्लांट का यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक औद्योगिक निवेश नहीं है, बल्कि मध्यप्रदेश और पूरे देश के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह उद्योगों को नई उड़ान देगा और देश को उत्पादन क्षेत्र में एक वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
आयोजन में श्री श्रीराम ए एन एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर बीना पेट्रोकेमिकल एंड रिफाइनरी एक्सपेंशन प्रोजेक्ट बीपीसीएल, एमपीआईडीसी से एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर श्री विशाल सिंह चौहान, श्री अतुल खँवलकर हेड पेट्रोकेम टास्क फोर्स, बीपीसीएल, श्री हिमांशु प्रजापति ईडी एमपीआईडीसी इंदौर, श्री नवनीत चंद्र, जनरल मैनेजर, बीना पेट्रोकेम रिफाइनरी एक्सपेंशन प्रोजेक्ट, बीपीसीएल,बडी संख्या में उद्योगपति और संगठनों के पदाधिकारी उस्थित थे। इस सत्र को होस्ट कर जाहिद शाह, अंकित भरूका, संदीप ठाकुर, विशाल सोनी, मेहुल ठक्कर सहित अन्य साथियों के साथ इस आयोजन के पलों को साझा किया।
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